6 साल बाद मिले Donald Trump और Xi Jinping, Busan में हुई अहम मुलाकात — जानिए क्या-क्या हुआ इस मीटिंग में

दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं — अमेरिका और चीन — के बीच रिश्तों को लेकर एक बड़ा कदम उठाया गया है। करीब 6 साल बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) की आमने-सामने मुलाकात हुई है। ये ऐतिहासिक मुलाकात दक्षिण कोरिया के शहर बुसान (Busan) में हुई।

Oct 30, 2025 - 12:58
6 साल बाद मिले Donald Trump और Xi Jinping, Busan में हुई अहम मुलाकात — जानिए क्या-क्या हुआ इस मीटिंग में

दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं अमेरिका और चीनके बीच रिश्तों को लेकर एक बड़ा कदम उठाया गया है। करीब 6 साल बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) की आमने-सामने मुलाकात हुई है। ये ऐतिहासिक मुलाकात दक्षिण कोरिया के शहर बुसान (Busan) में हुई।

इस मुलाकात को बेहद अहम माना जा रहा है क्योंकि पिछले कई महीनों से दोनों देशों के बीच टैरिफ वॉर (Tariff War) यानी व्यापारिक टैक्स को लेकर तनातनी चल रही थी। अब इस मीटिंग के बाद संकेत मिले हैं कि दोनों देश अपने रिश्तों को सुधारने की दिशा में आगे बढ़ना चाहते हैं।

मीटिंग में क्या हुआ?

राष्ट्रपति ट्रंप और शी जिनपिंग ने कई अहम मुद्दों पर बात की। दोनों नेताओं के बीच वपार (trade), rare earth minerals, soybeans की खरीद, fentanyl जैसी नशीली दवाओं की तस्करी, और टेक्नोलॉजी पर लगने वाले टैरिफ जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई।

ट्रंप ने कहा:

सालों बाद अपने दोस्त शी जिनपिंग से मिलकर बहुत खुशी हुई। हमारी मीटिंग बहुत सफल रहने वाली है। शी एक बहुत सख्त negotiator हैं, लेकिन हमारे बीच हमेशा से बहुत अच्छा रिश्ता रहा है।

शी जिनपिंग ने कहा:

राष्ट्रपति ट्रंप को देखकर खुशी हुई। हमने बीते सालों में फोन और पत्रों के जरिए संपर्क बनाए रखा। चीन और अमेरिका को पार्टनर और दोस्त होना चाहिए, यही इतिहास ने हमें सिखाया है।

क्या फैसले लिए गए?

  1. टैरिफ घटाने पर सहमति:
    अमेरिका ने चीन से आने वाले सामान पर लगने वाले टैरिफ को 57% से घटाकर 47% करने का फैसला किया है। इससे दोनों देशों के बीच व्यापार फिर से बढ़ने की उम्मीद है।
  2. सोयाबीन की खरीद फिर शुरू होगी:
    चीन ने घोषणा की कि वह अमेरिका से soybean की खरीद फिर से शुरू करेगा, जिसे पहले टैरिफ विवाद के चलते रोक दिया गया था।
  3. Rare Earth Minerals का समझौता:
    चीन ने कहा कि अब rare earth supply में कोई रुकावट नहीं आएगी। ट्रंप ने कहा कि हर साल इस समझौते की समीक्षा की जाएगी।
  4. Fentanyl और drug trafficking पर कदम:
    चीन ने माना है कि वह fentanyl जैसी नशीली दवाओं के अमेरिका में फैलाव को रोकने में मदद करेगा। इसके बदले अमेरिका ने fentanyl से जुड़ी वस्तुओं पर टैरिफ 20% से घटाकर 10% करने की बात कही है।

क्यों है ये मीटिंग अहम?

यह मीटिंग इसलिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि पिछले कुछ सालों में अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर, टेक्नोलॉजी पर रोक, TikTok बैन और Taiwan जैसे मुद्दों पर लगातार टकराव रहा है।
अब दोनों देशों के बीच फिर से बातचीत और समझौते की शुरुआत हुई है। इससे global economy, stock markets और supply chain पर भी असर पड़ सकता है।

कई आर्थिक विशेषज्ञों का मानना है कि अगर दोनों देश अपने वादों पर टिके रहे, तो ये मीटिंग trade war खत्म करने की दिशा में पहला कदम साबित हो सकती है।

लेकिन चुनौतियां अभी भी बाकी हैं

हालांकि बातचीत सकारात्मक रही, लेकिन कई मुद्दे अभी भी बाकी हैं

  • Taiwan पर चीन का रुख और अमेरिका की नीति में अभी कोई बदलाव नहीं हुआ।
  • Semiconductors और technology export से जुड़े मसले भी अधूरे हैं।
  • समझौते की अवधि सिर्फ एक साल के लिए रखी गई है। यानी एक साल बाद इसे फिर से रिव्यू किया जाएगा।

इसलिए कहा जा सकता है कि अभी सबकुछ फाइनल नहीं है, लेकिन दोनों देशों ने peaceful trade relation की ओर पहला मजबूत कदम जरूर उठाया है।

Donald Trump और Xi Jinping की ये मुलाकात दुनिया के लिए एक positive signal है।
टैरिफ में कमी, soybean व्यापार की वापसी और rare earth पर समझौता ये सभी कदम दिखाते हैं कि अब दोनों देश टकराव की जगह तालमेल की ओर बढ़ना चाहते हैं।

हालांकि चुनौतियां अभी बाकी हैं, लेकिन 6 साल बाद हुई ये मुलाकात उम्मीदों की नई शुरुआत लेकर आई है।