AAP Government ने Tarn Taran के गांवों के विकास के लिए जारी किए 28.4 Crore रुपए: Harmeet Singh Sandhu

Oct 30, 2025 - 09:57
AAP Government ने Tarn Taran के गांवों के विकास के लिए जारी किए 28.4 Crore रुपए: Harmeet Singh Sandhu

आम आदमी पार्टी (AAP) के उम्मीदवार हरमीत सिंह संधू ने कहा है कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अगुवाई में पंजाब सरकार सीमावर्ती जिलों के विकास के लिए पूरी तरह समर्पित है। उन्होंने बताया कि सरकार ने तरनतारन जिले के गांवों की सफाई और विकास कार्यों के लिए अब तक 28.38 करोड़ रुपए जारी किए हैं। यह राशि सीधा 572 ग्राम पंचायतों और ग्राम पंचायत जल सप्लाई एवं सैनिटेशन कमेटियों के खातों में ट्रांसफर की गई है ताकि किसी भी विकास कार्य में पैसे की कमी न रहे।

संधू ने कहा कि ये पैसा स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज-2 के तहत दिया गया है, ताकि तरनतारन के गांवों को ओडीएफ प्लस’ (ODF Plus) बनाया जा सके। इसका मतलब है कि न केवल हर घर में शौचालय की सुविधा हो, बल्कि गांवों में तरल और ठोस कचरे का सही प्रबंधन भी किया जाए, जिससे गांव साफ-सुथरे और स्वस्थ बनें।

पिछली सरकारों ने किया अनदेखा, ‘आपने दिया नया जीवन

हरमीत सिंह संधू ने कहा कि पिछली सरकारों ने सीमावर्ती जिलों, खासकर तरनतारन को हमेशा नजरअंदाज किया। उन्होंने कहा,

तरनतारन के लोगों को पहले सिर्फ वादे मिले थे, काम नहीं। लेकिन 'आप' सरकार जमीनी स्तर पर विकास के काम कर रही है, जो अब हर गांव में नजर आ रहे हैं।

उन्होंने बताया कि तरनतारन जिला साल 2018 में ही ओपन डिफेक्शन फ्री (खुले में शौच से मुक्त) घोषित किया जा चुका था, लेकिन इसे अगले स्तर पर ले जाने के लिए पहले किसी सरकार ने गंभीर प्रयास नहीं किए।

'आप' सरकार ने शुरू किया असली सफाई मिशन

संधू ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन फेज-1 के दौरान जिले में लगभग 36,000 परिवारों को शौचालय की सुविधा दी गई थी। लेकिन असली बदलाव अब फेज-2 में देखने को मिल रहा है, जहां नालियों का गंदा पानी और तरल कचरा साफ करने पर ध्यान दिया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से थापर मॉडल, सीचेवाल मॉडल, और सोक पिट (Soak Pit) जैसे तरीकों को अपनाया जा रहा है, जिससे पानी का सही निस्तारण हो सके और वातावरण स्वच्छ बना रहे।

कितना काम हुआ अब तक?

संधू ने बताया कि तरनतारन जिले में तरल अपशिष्ट प्रबंधन (Liquid Waste Management) के तहत अब तक कुल 361 प्रोजेक्ट स्वीकृत किए गए हैं।
इनमें से:

  • 118 गांवों में काम पूरा हो चुका है,
  • जबकि 70 अन्य प्रोजेक्ट्स पर काम तेजी से जारी है।

उन्होंने कहा कि इन प्रोजेक्ट्स के पूरे होने के बाद तरनतारन जिले के गांव एक नए मॉडल के रूप में सामने आएंगे, जिन्हें पूरे पंजाब में उदाहरण के तौर पर देखा जाएगा।

सरकार की पारदर्शिता और तेज़ी

हरमीत सिंह संधू ने कहा कि यह पहली बार है जब फंड सीधे ग्राम पंचायतों और जल सप्लाई एवं सैनिटेशन कमेटियों के खातों में भेजे जा रहे हैं। इससे यह सुनिश्चित होता है कि पैसा सही जगह खर्च हो और काम में पारदर्शिता बनी रहे।

उन्होंने कहा,

हमारी सरकार की नीयत साफ है, इसलिए अब सिर्फ घोषणाएं नहीं, बल्कि असली विकास जमीन पर दिख रहा है। हम चाहते हैं कि तरनतारन के हर गांव को साफ, हरा-भरा और स्वच्छ बनाया जाए।

भविष्य की योजना

संधू ने बताया कि आने वाले समय में जिले के सभी गांवों को ‘ODF Plus Model Category’ में शामिल करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके तहत ठोस और तरल दोनों तरह के अपशिष्ट का सही प्रबंधन, सफाई व्यवस्था और पर्यावरण संरक्षण पर लगातार काम किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान खुद सीमावर्ती जिलों के विकास को प्राथमिकता दे रहे हैं और इस दिशा में कई योजनाएं जल्द शुरू की जाएंगी।

तरनतारन में चल रहे ये विकास कार्य बताते हैं कि आपसरकार गांवों के वास्तविक सुधार की दिशा में गंभीर है। जहां पहले सिर्फ वादे किए जाते थे, अब वहां साफ नालियां, स्वच्छ सड़कों और बेहतर सफाई व्यवस्था का सपना साकार होता दिख रहा है।

हरमीत सिंह संधू का कहना है कि आने वाले महीनों में तरनतारन के गांव न सिर्फ स्वच्छता में बल्कि सतत विकास (Sustainable Development) के उदाहरण के रूप में भी उभरेंगे।