Mann सरकार के नेतृत्व में Education में जुड़ा नया अधयाय : schools में Degrees के साथ अब 'कमाई का हुनर', students बनेंगे self-reliance की मिसाल।

पंजाब सरकार ने एक ऐसा कदम उठाया है जो आने वाले समय में शिक्षा की दिशा ही बदल देगा। मुख्यमंत्री भगवंत मान की सोच के मुताबिक अब पंजाब के सरकारी स्कूलों में बच्चों को सिर्फ किताबें नहीं, बल्कि जीवन जीने का हुनर (life skills) भी सिखाया जाएगा।

Nov 12, 2025 - 09:32
Mann सरकार के नेतृत्व में Education में जुड़ा नया अधयाय : schools में Degrees के साथ अब 'कमाई का हुनर', students बनेंगे self-reliance की मिसाल।

पंजाब सरकार ने एक ऐसा कदम उठाया है जो आने वाले समय में शिक्षा की दिशा ही बदल देगा। मुख्यमंत्री भगवंत मान की सोच के मुताबिक अब पंजाब के सरकारी स्कूलों में बच्चों को सिर्फ किताबें नहीं, बल्कि जीवन जीने का हुनर (life skills) भी सिखाया जाएगा।
इस पहल का मकसद है — हर बच्चा शिक्षित (educated) भी हो और आत्मनिर्भर (self-reliant) भी।

क्या है यह नया कदम?

पंजाब स्कूल एजुकेशन बोर्ड (PSEB) ने Lend A Hand India (LAHI) नाम की संस्था के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) साइन किया है।
इस समझौते के बाद अब पंजाब के सरकारी स्कूलों में बच्चों को सिर्फ अकादमिक पढ़ाई ही नहीं, बल्कि व्यावसायिक और तकनीकी शिक्षा (vocational & technical skills) भी दी जाएगी।

यानि अब बच्चों की पढ़ाई सिर्फ “12वीं पास” तक सीमित नहीं रहेगी।
अब छात्र होंगे — “12वीं + हुनर के साथ, यानी उन्हें डिग्री के साथ एक कौशल प्रमाणपत्र (Skill Certificate) भी मिलेगा।

क्यों ज़रूरी है यह बदलाव?

अक्सर बच्चे स्कूल तो पूरा कर लेते हैं, लेकिन आगे चलकर उन्हें ये समझ नहीं आता कि “अब क्या करें?”
मान सरकार का कहना है कि शिक्षा सिर्फ परीक्षा पास करने के लिए नहीं, बल्कि जीवन में सफल बनने के लिए होनी चाहिए।

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा —

“हमारा लक्ष्य यह नहीं कि बच्चे सिर्फ परीक्षा पास करें, बल्कि वे जीवन में सफल हों। पंजाब का हर बच्चा आत्मविश्वासी, कुशल और आत्मनिर्भर बने — यही हमारी सरकार की शिक्षा नीति का असली मकसद है।”

क्या मिलेगा बच्चों को इस योजना से?

  • बच्चों को स्कूल में ही Vocational Training (व्यावसायिक प्रशिक्षण) दी जाएगी।
  • उन्हें Training Equipment, Teaching Material, और इंटर्नशिप के मौके मिलेंगे।
  • पढ़ाई पूरी करने पर उन्हें दो सर्टिफिकेट मिलेंगे —
    1. Academic Certificate
    2. Vocational Skill Certificate

यानि बच्चा स्कूल से निकलते ही किसी भी काम या बिज़नेस की शुरुआत कर सकेगा — उसके पास पढ़ाई और काम दोनों की जानकारी होगी।

Lend A Hand India (LAHI) क्या करती है?

यह संस्था देशभर में स्कूलों में कौशल आधारित शिक्षा (skill-based learning) लाने का काम करती है।
अब यह पंजाब सरकार के साथ मिलकर स्कूलों में ट्रेनिंग, उपकरण, टीचिंग मटेरियल और इंटर्नशिप की सुविधा देगी।
इससे बच्चों को सिर्फ किताबों का नहीं, बल्कि वास्तविक अनुभव (practical knowledge) भी मिलेगा।

सरकार की सोच हर हाथ में हुनर

मान सरकार की यह पहल सिर्फ एक समझौता नहीं, बल्कि सरकार और जनता के विश्वास के बीच का पुल है।
अब पंजाब के सरकारी स्कूलों से ऐसे विद्यार्थी निकलेंगे जो न सिर्फ पढ़े-लिखे होंगे, बल्कि कुशल (skilled), आत्मनिर्भर (self-dependent) और सशक्त (empowered) नागरिक बनेंगे।

यह पहल दिखाती है कि जब सरकार की सोच में संवेदना और दूरदर्शिता हो, तो हर बच्चा अपने भविष्य का निर्माता बन सकता है।

पंजाब के लिए नया अध्याय

यह योजना पंजाब के युवाओं को पढ़ाई के साथ कमाई का हुनर देने की दिशा में ऐतिहासिक कदम है।
अब बच्चे सिर्फ “what to learn” नहीं, बल्कि “how to earn” भी सीखेंगे।
हर स्कूल, हर क्लास में अब शिक्षा के साथ रोज़गार और आत्मनिर्भरता का नया अध्याय लिखा जाएगा।

“हर हाथ में हुनर, हर चेहरे पर आत्मविश्वास — यही है मान सरकार का पंजाब।”