श्री केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर घोड़े खच्चरों के संचालन पर रहेगी पैनी नजर
श्री केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग में घोड़े-खच्चरों की देखभाल और स्वास्थ्य परीक्षण को लेकर इस बार विशेष ध्यान दिया जाएगा। पशुओं के साथ किसी भी प्रकार की क्रूरता न हो, इसके लिए अलग-अलग टीमें तैनात की गई हैं।

रुद्रप्रयाग / सत्यपाल नेगी : श्री केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग में घोड़े-खच्चरों की देखभाल और स्वास्थ्य परीक्षण को लेकर इस बार विशेष ध्यान दिया जाएगा। पशुओं के साथ किसी भी प्रकार की क्रूरता न हो, इसके लिए अलग-अलग टीमें तैनात की गई हैं।
वरिष्ठ पशु चिकित्सक डॉ. राजीव गोयल ने बताया कि इस बार श्री केदारनाथ यात्रा मार्ग पर 8 हजार घोड़े-खच्चर सवारी के लिए और एक हजार घोड़े-खच्चर माल ढोने के लिए अनुमति दी गई है।
हालांकि, NGT की गाइडलाइन का भी पालन किया जाएगा। पशुओं के स्वास्थ्य परीक्षण और देखभाल के लिए 5 डॉक्टरों के साथ ही अन्य स्टाफ की भी तैनाती की गई है। इसके अलावा, दो विभागीय पशु डॉक्टर भी तैनात रहेंगे, और एक नोडल अधिकारी भी समय-समय पर घोड़े-खच्चरों पर पैनी नजर रखेंगे।
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डॉ. गोयल ने बताया कि घोड़े-खच्चरों में ज्यादातर बीमारी 'कौलिक' की होती है, जिससे उनकी मौत तक हो जाती है। इसको ध्यान में रखते हुए, घोड़े-खच्चरों के लिए गौरीकुंड घोड़ा पड़ाव में इस बार नई गर्म पानी की चरिया लगाई गई है, जिससे लगातार पशुओं को गर्म पानी मिलता रहेगा। इसके अलावा, पैदल मार्ग में कुछ अन्य जगहों पर भी गर्म पानी की चरियाएँ लगाई जाएंगी।
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