नीट-पीजी परीक्षा स्थगित, एनटीए के डीजी हटाए गए: सरकार ने छात्रों के हित में लिया फैसला

केंद्र सरकार ने शनिवार रात को NEET-PG परीक्षा स्थगित करते हुए कहा कि उसने "मेडिकल छात्रों के लिए राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड (National Board of Examinations) द्वारा आयोजित NEET-PG की प्रक्रिया की मजबूती का गहन मूल्यांकन करने का फैसला लिया है। इसलिए रविवार 23 जून को होने वाली नीट पीजी परीक्षा स्थगित की जा रही है।" सरकार ने कहा कि यह फैसला छात्रों के हित में और परीक्षा की पवित्रता बनाए रखने के लिए लिया गया है।

नीट-पीजी परीक्षा स्थगित, एनटीए के डीजी हटाए गए: सरकार ने छात्रों के हित में लिया फैसला
नीट-पीजी परीक्षा स्थगित, एनटीए के डीजी हटाए गए: सरकार ने छात्रों के हित में लिया फैसला

नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने शनिवार रात को NEET-PG परीक्षा स्थगित करते हुए कहा कि उसने "मेडिकल छात्रों के लिए राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड (National Board of Examinations) द्वारा आयोजित NEET-PG की प्रक्रिया की मजबूती का गहन मूल्यांकन करने का फैसला लिया है। इसलिए रविवार 23 जून को होने वाली नीट पीजी परीक्षा स्थगित की जा रही है।" सरकार ने कहा कि यह फैसला छात्रों के हित में और परीक्षा की पवित्रता बनाए रखने के लिए लिया गया है।

परीक्षा स्थगित करने की घोषणा से एक घंटे पहले, सरकार ने एक आदेश जारी किया जिसमें कहा गया कि उसने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के डायरेक्टर जनरल को बदल दिया है, जो एनईईटी-यूजी और यूजीसी-नेट आयोजित करती है।

संसद का सत्र 24 जून से शुरू हो रहा है। विपक्ष नीट और एनटीए से जुड़े मुद्दों को उठाने के लिए तैयारी कर रहा है। इसीलिए मोदी सरकार भी देश की प्रमुख परीक्षाओं से जुड़े विवादों पर सवालों का सामना करने के लिए खुद को तैयार कर रही है।

अभी तक सरकार ने क्या क्या किया:

  • केंद्र सरकार ने पेपर लीक कानून बनाकर उसे शुक्रवार से लागू कर दिया है।
  • सरकार ने सीएसआईआर-यूजीसी नेट, यूजीसी नेट और अब नीट पीजी परीक्षा स्थगित कर दी है।
  • केंद्र सरकार ने शनिवार को इसरो के पूर्व प्रमुख डॉ के. राधाकृष्णन के नेतृत्व में एक पैनल बनाया है जो एनटीए के कामकाज की समीक्षा करेगा। इस पैनल को दो महीने का समय दिया गया है।
  • केंद्र सरकार ने शनिवार देर रात लिए गए फैसले में एनटीए के डीजी को हटाकर रिटायर्ड आईएएस अधिकारी को नियुक्त कर दिया है।

कांग्रेस समेत कई विपक्षी राजनीतिक दल और छात्र संघ मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET-UG और यूजीसी-नेट में कथित अनियमितताओं को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्रों का गुस्सा शांत नहीं हो रहा है। छात्र चाह रहे हैं कि नीट परीक्षा रद्द की जाए। संसद का नया पहला सत्र 24 जून से शुरू हो रहा है। विपक्ष इस मुद्दे को संसद में उठाने की तैयारी कर रहा है।

यह सारा विवाद तब शुरू हुआ जब 67 छात्रों को परीक्षा में 720 का परफेक्ट स्कोर मिला। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने गलत सवाल हल करने वालों को ग्रेस मार्क्स भी दिए थे। हालाँकि, बिहार पुलिस की जांच से पता चला कि परीक्षा का पेपर कुछ चुनिंदा उम्मीदवारों को लीक कर दिया गया था। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और एनटीए लगातार कहते रहे कि पेपर लीक नहीं हुआ है।

5 मई को देशभर में करीब 24 लाख छात्रों ने नीट यूजी परीक्षा 2024 दी थी। इसके नतीजे 4 जून को जारी हुए थे। देश में उस समय आम चुनाव के नतीजे आ रहे थे। किसी ने तब ध्यान नहीं दिया। लेकिन अगले दिन से छात्रों ने गुस्सा जताना शुरू कर दिया। एनटीए ने पहले तो छात्रों के आरोपों को ही खारिज कर दिया। छात्रों ने पेपर लीक के आरोप खुलकर लगाए और देशभर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। मामला सुप्रीम कोर्ट में भी पहुंचा। अदालत ने एनटीए को फटकार लगाई। सरकार ने शुक्रवार को पेपर लीक के खिलाफ नया केंद्रीय कानून लागू कर दिया। सुप्रीम कोर्ट में 8 जुलाई को चीफ जस्टिस की बेंच में इसकी सुनवाई होगी।