PU का Gate तोड़ने वालों के ख़िलाफ़ FIR: Police से झड़प के भी आरोप; 18 से 20 November को होने वाली Exams Cancelled
पंजाब यूनिवर्सिटी में 10 नवंबर को हुए बड़े हंगामे के बाद अब पूरा मामला और ज़्यादा गंभीर हो गया है। गेट नंबर-1 पर हुए इस विवाद के बाद पुलिस ने गेट तोड़ने और पुलिसकर्मियों से धक्का-मुक्की करने वालों के ख़िलाफ़ FIR दर्ज कर ली है। वहीं, यूनिवर्सिटी ने 18, 19 और 20 नवंबर को होने वाली परीक्षाएं रद्द कर दी हैं।
पंजाब यूनिवर्सिटी में 10 नवंबर को हुए बड़े हंगामे के बाद अब पूरा मामला और ज़्यादा गंभीर हो गया है। गेट नंबर-1 पर हुए इस विवाद के बाद पुलिस ने गेट तोड़ने और पुलिसकर्मियों से धक्का-मुक्की करने वालों के ख़िलाफ़ FIR दर्ज कर ली है। वहीं, यूनिवर्सिटी ने 18, 19 और 20 नवंबर को होने वाली परीक्षाएं रद्द कर दी हैं।
क्या था पूरा मामला?
10 नवंबर को “Punjab University Bachao Morcha” के बैनर तले हजारों छात्र और कई बाहरी लोग यूनिवर्सिटी के गेट नंबर-1 पर इकट्ठा हुए। उनका कहना था कि यूनिवर्सिटी में Senate Elections की तारीखें घोषित की जाएं और प्रशासन से लोकतांत्रिक तरीके से काम किया जाए।
भीड़ बढ़ती गई और माहौल गरमाता गया। पुलिस ने बैरिकेड्स लगाए हुए थे, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने गेट का लॉक तोड़ दिया और अंदर घुसने की कोशिश की। इसी दौरान छात्रों और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की और हाथापाई भी हुई।
पुलिस ने क्या कहा?
सेक्टर-31 थाने में तैनात एक महिला SI की शिकायत पर FIR दर्ज हुई है। पुलिस का कहना है—
· प्रदर्शनकारियों ने बार-बार समझाने के बाद भी नियम नहीं माने
· गेट और बैरिकेड्स तोड़े गए
· पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट हुई
· भीड़ में PU के छात्र, बाहर से आए लोग और कई संगठनों के सदस्य शामिल थे
इस झड़प में SP Sondhi, इंस्पेक्टर रोहित कुमार (SHO सेक्टर-17) और कई पुलिसकर्मी घायल हुए।
पुलिस ने इस पूरे कार्यक्रम को गैर-कानूनी जमावड़ा घोषित किया।
अब पुलिस CCTV फुटेज, वीडियो और फोटो की मदद से प्रदर्शन में शामिल लोगों की पहचान कर रही है। कई लोगों को जल्द नोटिस भेजे जा सकते हैं और गिरफ्तारी भी हो सकती है।
कौन-कौन शामिल था? सिर्फ छात्र नहीं…
इस आंदोलन में सिर्फ PU के छात्र ही नहीं, बल्कि—
· पंजाब के अलग-अलग जिलों से आए युवा
· किसान यूनियन के सदस्य
· कुछ राजनीतिक नेता
· कई संगठन
· और उनके समर्थक
भी शामिल हुए। कुछ लोगों ने राजनीतिक नारे भी लगाए और माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया।
क्यों बढ़ा तनाव?
PU में इन दिनों Senate Elections, यूनिवर्सिटी की autonomy (स्वायत्तता), और प्रशासनिक फैसलों को लेकर लगातार विवाद चल रहा है। छात्रों का आरोप है कि—
· यूनिवर्सिटी प्रशासन पारदर्शिता से काम नहीं कर रहा
· Senate Elections की तारीखें लंबे समय से लंबित हैं
· स्टूडेंट्स की आवाज़ को दबाया जा रहा है
इसी वजह से “PU Bachao” आंदोलन ने तेज़ रूप ले लिया।
प्रदर्शन को देखते हुए यूनिवर्सिटी ने 10 और 11 नवंबर को कैंपस बंद भी कर दिया था।
यूनिवर्सिटी की तरफ़ से बड़ी कार्रवाई
हंगामा बढ़ने और गेट टूटने के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने भी पुलिस को अपनी रिपोर्ट सौंपी। शिकायत में कहा गया है—
· गेट नंबर-1 और गेट नंबर-2 पर नुकसान हुआ
· बड़ी संख्या में बाहरी लोग campus में घुस आए
· परीक्षा और academic schedule पूरी तरह प्रभावित हुआ
यूनिवर्सिटी ने कहा कि सुरक्षा कारणों के चलते 18, 19 और 20 नवंबर की परीक्षाएं रद्द की जा रही हैं।
आगे क्या होगा?
· पुलिस प्रदर्शनकारियों की पहचान कर रही है
· कई लोगों को नोटिस भेजे जाएंगे
· कुछ की गिरफ्तारी भी संभव
· स्टूडेंट्स लगातार मांग कर रहे हैं कि Senate Elections की तारीखें लिखित रूप में घोषित की जाएं
· आंदोलन फिलहाल शांत नहीं हुआ है – कई छात्र कह रहे हैं कि वे कैंपस में तब तक रहेंगे जब तक चुनाव की तारीख नहीं मिल जाती