BJP नेता Geja Ram के Punjab विरोधी statement पर AAP का हमला, Dhaliwal बोले – Punjab किसी का एहसान नहीं, अपना हक़ ले रहा है
भाजपा नेता गेजा राम के हालिया बयान ने पंजाब की सियासत में एक नई बहस छेड़ दी है। बयान में गेजा राम ने कहा था कि “अगर पंजाब के लोग नरेंद्र मोदी को पसंद नहीं करते तो उन्हें केंद्र की योजनाओं के तहत मिला पैसा वापस कर देना चाहिए।”
भाजपा नेता गेजा राम के हालिया बयान ने पंजाब की सियासत में एक नई बहस छेड़ दी है। बयान में गेजा राम ने कहा था कि “अगर पंजाब के लोग नरेंद्र मोदी को पसंद नहीं करते तो उन्हें केंद्र की योजनाओं के तहत मिला पैसा वापस कर देना चाहिए।”
इस बयान को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) पंजाब के मुख्य प्रवक्ता और विधायक कुलदीप सिंह धालीवाल ने भाजपा पर तीखा हमला बोला है।
गेंद पंजाब के पाले में नहीं, संविधान के पाले में है: धालीवाल
धालीवाल ने इस बयान को आपत्तिजनक, बचकाना और पंजाब विरोधी सोच करार दिया। उन्होंने कहा कि ऐसे शब्द भाजपा की पंजाब और पंजाबियों के प्रति पुरानी नकारात्मक मानसिकता को दिखाते हैं।
धालीवाल का कहना है कि भारत का संविधान हर राज्य को उसका हिस्सा देता है।
"पंजाब को केंद्र से जो फंड मिलता है, वह मोदी जी की निजी कमाई नहीं है और न ही भाजपा ऑफिस का पैसा है। यह पंजाब का हक़ है," उन्होंने साफ शब्दों में कहा।
पंजाब देता ज्यादा है, लेता कम है
धालीवाल ने कहा कि पंजाब देश की अर्थव्यवस्था में बड़ी भूमिका निभाता है।
- पंजाब GST और टैक्स के जरिए बड़ी राशि देश के खजाने में जमा करता है।
- पंजाब के किसान और उद्योग देश के लिए लगातार मेहनत करते हैं।
उनके अनुसार, “पंजाब सिर्फ अपना हिस्सा मांगता है, और सच तो यह है कि पंजाब जितना लेता है उससे ज्यादा देश को देता है।”
RDF का 800 करोड़ रु. अभी भी रुका पड़ा है
AAP नेता ने कई अहम मुद्दों की ओर भी ध्यान दिलाया।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने पंजाब का 800 करोड़ रुपये का RDF फंड रोका हुआ है।
इसके अलावा, भाजपा द्वारा 1600 करोड़ रुपये के ऐलान के बावजूद, पंजाब को हाल ही में आई बाढ़ के नुकसान का पूरा मुआवज़ा नहीं मिला।
धालीवाल ने सवाल उठाया:
“जब पंजाब इतना योगदान देता है, तो उसके हक़ का पैसा रोककर रखा गया है? और ऊपर से नेताओं के ऐसे बयान क्यों दिए जा रहे हैं?”
किसान आंदोलन का जिक्र — पंजाबियों की कुर्बानी को नजरअंदाज क्यों?
धालीवाल ने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान पंजाब के किसानों ने बड़ी कुर्बानियाँ दीं।
- 700 से ज्यादा किसान अपनी जान गंवा बैठे।
- लाखों किसान डेढ़ साल तक दिल्ली की सीमाओं पर बैठे रहे।
धालीवाल ने आरोप लगाया कि उस दौरान प्रधानमंत्री ने किसानों से मिलने के लिए 5 मिनट भी नहीं निकाले,
और आज भाजपा नेता पंजाबियों को सलाह दे रहे हैं कि फंड वापस करो — यह बेहद शर्मनाक है।
AAP का साफ संदेश — पंजाब का अपमान बर्दाश्त नहीं
AAP नेता ने कहा कि गेजा राम का बयान पंजाब का सीधा अपमान है।
उन्होंने कहा:
“यह बयान भाजपा की पंजाब विरोधी विचारधारा और सोच को उजागर करता है। पंजाब ने इस देश के लिए बहुत दिया है। पंजाबियों के योगदान पर सवाल उठाना गलत और निंदनीय है।”
धालीवाल ने मांग की कि भाजपा को इस बयान पर माफी मांगनी चाहिए और पंजाब का सम्मान करना चाहिए।