राहुल गांधी की नागरिकता मामले में आज दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारतीय नागरिकता से संबंधित मामले में आज दिल्ली हाईकोर्ट में महत्वपूर्ण सुनवाई होगी। भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने राहुल गांधी की नागरिकता पर सवाल उठाते हुए याचिका दाखिल की है। उनका आरोप है कि राहुल गांधी ने ब्रिटिश सरकार के सामने खुद को ब्रिटिश नागरिक बताया था, जो भारतीय संविधान और नागरिकता अधिनियम का उल्लंघन है।

नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारतीय नागरिकता से संबंधित मामले में आज दिल्ली हाईकोर्ट में महत्वपूर्ण सुनवाई होगी। भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने राहुल गांधी की नागरिकता पर सवाल उठाते हुए याचिका दाखिल की है। उनका आरोप है कि राहुल गांधी ने ब्रिटिश सरकार के सामने खुद को ब्रिटिश नागरिक बताया था, जो भारतीय संविधान और नागरिकता अधिनियम का उल्लंघन है। इस मुद्दे पर 26 सितंबर को हुई पिछली सुनवाई में अदालत ने गृह मंत्रालय से इस मामले में स्थिति स्पष्ट करने का निर्देश दिया था।
इलाहाबाद हाईकोर्ट में भी चल रही सुनवाई
दिल्ली हाईकोर्ट ने पिछली सुनवाई में कहा था कि इलाहाबाद हाईकोर्ट में भी इस मामले से जुड़ी याचिका लंबित है, जिसके कारण दिल्ली हाईकोर्ट इस पर सुनवाई नहीं कर सकता। कोर्ट ने गृह मंत्रालय से पूछा था कि इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका की सुनवाई की क्या स्थिति है। साथ ही, अदालत ने मंत्रालय से इस याचिका की पूरी जानकारी दिल्ली हाईकोर्ट में प्रस्तुत करने को कहा था।
गृह मंत्रालय से स्पष्टीकरण की मांग
इससे पहले 25 सितंबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने भी गृह मंत्रालय से राहुल गांधी की नागरिकता पर स्पष्टीकरण मांगा था। हालांकि, मंत्रालय की तरफ से अब तक कोई रिपोर्ट पेश नहीं की गई है। सुब्रमण्यम स्वामी ने अपनी याचिका में दावा किया है कि उन्होंने दिल्ली हाईकोर्ट में इस मामले को पहले दर्ज कराया था, इसीलिए दिल्ली हाईकोर्ट को इस पर सुनवाई करने का अधिकार है।
स्वामी की याचिका और आरोप
सुब्रमण्यम स्वामी ने 6 अगस्त 2019 को गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर राहुल गांधी की भारतीय नागरिकता को रद्द करने की मांग की थी। उनका आरोप है कि राहुल गांधी ने ब्रिटेन में एक व्यवसायिक कंपनी की स्थापना के दौरान खुद को ब्रिटिश नागरिक बताया था, जो भारतीय नागरिकता कानूनों का स्पष्ट उल्लंघन है।
इस याचिका पर होने वाली सुनवाई से राहुल गांधी की नागरिकता को लेकर एक महत्वपूर्ण फैसला आने की उम्मीद की जा रही है, जो उनके राजनीतिक करियर पर भी प्रभाव डाल सकता है।